पाखंड और संस्कृति
अब मै हर प्राणी की जिस्मानी और मानसिक पीड़ा को समझ कर उन्हें सांत्वना भी दे देता हू
लेकिन मेरी इस सोच मे किसी धर्म...
लेकिन मेरी इस सोच मे किसी धर्म...