...

5 views

ये जवानी है !
ये जवानी है!

सुनती कम कहती ज्यादा है
करना वहीं है,जो ठानी है
कहना कब किसका मानी है
बस करती अपनी मनमानी है।
ये ..........
पल में यहां पल में वहां है
दरिया से तेज रवानी है
हवा में शौक़ है उड़ने का
और बादलों से दौड़ लगानी है।
ये..............
ना ऊंचाई से कोई ख़ौफ़
ना गहराई से परेशानी है
हर मंज़िल को छूने की
ज़िद करता अभिमानी है।
ये............
ना धूप ना ठंड का असर
हर मौसम लगता रूहानी है
यहां झूमता सावन हूं मैं
तो वहां चांदनी नूरानी है।
ये..............
भौंरा बड़ा ही चंचल है
कली भी उसकी दीवानी है
एक-दूसरे को चूमने की
दोनों करते नादानी है।
ये............
गुलाब के बग़ैर भी ख़ुशबू है
चॉद गायब,फिर ये चांदनी क्यों है?
ये कैसा नशा कैसा जादू है
लब चुप आंखें करती शैतानी है।
ये.............
नींद उड़ गई आंखों से
श्याम- दीवानी राधा रानी है
रात ढल गई बातों-बातों में
अभी अधूरी सबकी प्रेम कहानी है।
ये..........…
ना जवानी पे कोई लगाम है
ना कोई बंदिश ना अंकुश
ये वो दौर होता है जब इंसां
दांव लगा देता है सबकूछ।

बिन पीये ही इसमें नशा है
ग़र पी लें तो शराब भी पानी है।

मेरी जां

ये जवानी है!





दिनेश चौधरी ' फ़नकार '