समर्पण
अब कुछ किस्सें यूँ ही, अधूरी छोड़नी होगी,
गजल आधी लिखी, आधी अधूरी छोड़नी होगी।
अंधेरो में सफर अक्सर, अकेले ही की जाती है,
किसी के साथ चलने की,...
गजल आधी लिखी, आधी अधूरी छोड़नी होगी।
अंधेरो में सफर अक्सर, अकेले ही की जाती है,
किसी के साथ चलने की,...