नजारों में कुछ वही तो कुछ अलग नजर आता है
बदलती तस्वीरों में चेहरा वही नजर आता है
देखती आंखे नजारे ,
इक नजर बस वही ठहर जाता है
मैंने बदला हो तेरा कुछ तो सृंगार होगा
देखी होगी मुझमें गुस्सा कहीं किसी बात पे तुमनें
इक...
देखती आंखे नजारे ,
इक नजर बस वही ठहर जाता है
मैंने बदला हो तेरा कुछ तो सृंगार होगा
देखी होगी मुझमें गुस्सा कहीं किसी बात पे तुमनें
इक...