...

4 views

श्री राम के चरण....
तेरे-मेरे दुख भंजन
श्री राम के चरण, वंदन आचरण

जीवन नदिया के, दुख सुख दो किनार
कर्म नाव लगाये, इस पार उस पार
घट घट के तारण, केवट के शरण
श्री राम के चरण,....

जंगल विचार का, कहीं शूल कहीं फूल
सब्र के जड़ उगाये, बेर के फल फूल
नगरी नगरी चारण, सबरी के वरण
श्री राम के चरण,....

दर्पण चरित्र का, सत्यासत्य बताय
कामिनी पाहन भई, धर्म श्राप पाय
मिथ्या मिथ्या पारण, अहिल्या करण
श्री राम के चरण, ....

* विपिन कुमार सोनी ©
04.01.2024
© विपिन कुमार सोनी
#jaishriram #bhajan #vipinkumarsoni #everyone #allahabadi