क्या जीना इसी का नाम है???
कितनी अजीब सी बात है ना !
घड़ी हम सबके पास ,
परंतु समय किसी के पास नहीं ।
परिवार हम सबके पास है ,
परंतु उसकी अहमियत किसी के पास नहीं।
facebook , instagram जैसे सोशल मीडिया पर हमारे हजारों दोस्त हैं
परंतु असलियत में दोस्ती किसी के पास नहीं।
पैसा हम सबके पास है
परंतु संतुष्टि किसी के पास नहीं ।
आज के इस दौर में हम मानव से दानव बनते जा रहें हैं और हम कभी इस बात की गहराई में जाते ही नहीं या शायद जाना ही नहीं चाहते। हम अपने और अपनों के लिए पूरी जिंदगी ...
घड़ी हम सबके पास ,
परंतु समय किसी के पास नहीं ।
परिवार हम सबके पास है ,
परंतु उसकी अहमियत किसी के पास नहीं।
facebook , instagram जैसे सोशल मीडिया पर हमारे हजारों दोस्त हैं
परंतु असलियत में दोस्ती किसी के पास नहीं।
पैसा हम सबके पास है
परंतु संतुष्टि किसी के पास नहीं ।
आज के इस दौर में हम मानव से दानव बनते जा रहें हैं और हम कभी इस बात की गहराई में जाते ही नहीं या शायद जाना ही नहीं चाहते। हम अपने और अपनों के लिए पूरी जिंदगी ...