मानसून टिप्स (Tips) 🌧🌧
टिप्स (Tips)
कमरों को सूखा और स्वच्छ रखें।
गरम पानी पियें।
मच्छरों से बचने के लिए कोइल, नेट इत्यादि उपयोग में लाएं।
डायरिया (Diarrhea – barasat me hone wali bimariyan)
यह बैक्टीरिया से दूषित खाना ग्रहण करने से होता है। अगर हम बैक्टीरिया वाला पानी पिए तो डायरिया होना संभव है। इसके लक्षण हैं जैसे दस्त, थकान, बुखार इत्यादि। बारिश के मौसम में गरम खाना खाएं। तथा उबला हुआ पानी पियें।
मानसून में होने वाली बीमारियां – चिकनगुनिया बुखार (Chickengunia fever)
यह एडीज ऐजिपटी मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कीटाणु संचारित करते हैं।इसके लक्षण जोड़ों का दर्द, बदन दर्द, बुखार और चकत्ते पड़ना हैं। यह बुखार में डॉक्टर को दिखाएँ। कई तरह के वैक्सीन हैं जो इसके प्रभाव को रोकते हैं।
वर्षा-ऋतु में शिशुओं और बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल...
कमरों को सूखा और स्वच्छ रखें।
गरम पानी पियें।
मच्छरों से बचने के लिए कोइल, नेट इत्यादि उपयोग में लाएं।
डायरिया (Diarrhea – barasat me hone wali bimariyan)
यह बैक्टीरिया से दूषित खाना ग्रहण करने से होता है। अगर हम बैक्टीरिया वाला पानी पिए तो डायरिया होना संभव है। इसके लक्षण हैं जैसे दस्त, थकान, बुखार इत्यादि। बारिश के मौसम में गरम खाना खाएं। तथा उबला हुआ पानी पियें।
मानसून में होने वाली बीमारियां – चिकनगुनिया बुखार (Chickengunia fever)
यह एडीज ऐजिपटी मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कीटाणु संचारित करते हैं।इसके लक्षण जोड़ों का दर्द, बदन दर्द, बुखार और चकत्ते पड़ना हैं। यह बुखार में डॉक्टर को दिखाएँ। कई तरह के वैक्सीन हैं जो इसके प्रभाव को रोकते हैं।
वर्षा-ऋतु में शिशुओं और बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल...