रानी परी
खुली है.. बोतल खो गया ढक्कन,
देखो बैठी, परियों की उसमे रानी।।
सोंच रही या कुछ बोलना चाहती,
समझो उसके अंतर्मन की जुबानी।।
मुस्कान निराली सूरत पे भोलापन,...
देखो बैठी, परियों की उसमे रानी।।
सोंच रही या कुछ बोलना चाहती,
समझो उसके अंतर्मन की जुबानी।।
मुस्कान निराली सूरत पे भोलापन,...