हां मुझे इश्क है तुमसे ही है और बेहद है।।
क्या हुआ अगर थोड़े हालात बदल गए
तो क्या हुआ अगर तुम मुझसे दूर हो गए
तो क्या हुआ अब हम बात नहीं करते
तो क्या हुआ हम कोई मुलाकात नहीं करते
जिंदा हममें सारे जज्बात अब तक हैं।
हां ,मुझे इश्क है
तुमसे ही है
और बेहद है।।
तो क्या हुआ वह तुझ से बतियाकर सुबह नहीं...
तो क्या हुआ अगर तुम मुझसे दूर हो गए
तो क्या हुआ अब हम बात नहीं करते
तो क्या हुआ हम कोई मुलाकात नहीं करते
जिंदा हममें सारे जज्बात अब तक हैं।
हां ,मुझे इश्क है
तुमसे ही है
और बेहद है।।
तो क्या हुआ वह तुझ से बतियाकर सुबह नहीं...