आओ थाम लूं तुम्हें
आओ थाम लूं तुम्हें
जैसे थामता है जलाशय जल को।
आओ चूम लूं तुम्हें
जैसे चूमती है गगन क्षितिज पर सागर को।
आओ...
जैसे थामता है जलाशय जल को।
आओ चूम लूं तुम्हें
जैसे चूमती है गगन क्षितिज पर सागर को।
आओ...