Desire & Loss
ओह तेरी तमन्ना,
ये क्या हुआ सीतम,
अन्जाने में आज फिर,
दिल कर गया ज़ुल्म,
मालूम है तुझे फिर,
क्यों करे इंतजार तू,
वो जो बन गया है तारा,
क्यों टूटने तक सब्र तू करे।
© BadnaamAashiq
ये क्या हुआ सीतम,
अन्जाने में आज फिर,
दिल कर गया ज़ुल्म,
मालूम है तुझे फिर,
क्यों करे इंतजार तू,
वो जो बन गया है तारा,
क्यों टूटने तक सब्र तू करे।
© BadnaamAashiq
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