यार तुम बदलने लगे हो।
किस जंजीरों ने बांध रखा है ,
जो तुम बदलने लगे हो ,
किसने दिल का दरवाज़ा तोड़ दिया,
जो मुझसे भी रूठ गए हो ।
दोस्ती तो एक शर्त बना रखा है,
क्यूं ईमान का मज़ाक बना रहे...
जो तुम बदलने लगे हो ,
किसने दिल का दरवाज़ा तोड़ दिया,
जो मुझसे भी रूठ गए हो ।
दोस्ती तो एक शर्त बना रखा है,
क्यूं ईमान का मज़ाक बना रहे...