बेवज़ह
🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃
वज़ह न पूछकर वो बस
तंज किया करते है ।
ये शहर के लोग, अब
मेरी तन्हाई पर भी
रंज किया करते है ।।
वक़्त मिलता नहीं अब
मुझे मेरे वस्ल का और
वो बेवज़ह हमें, इश्क़ का
शतरंज कहा करते है ।
सुनकर भी खामोश सह
लिया करते...
वज़ह न पूछकर वो बस
तंज किया करते है ।
ये शहर के लोग, अब
मेरी तन्हाई पर भी
रंज किया करते है ।।
वक़्त मिलता नहीं अब
मुझे मेरे वस्ल का और
वो बेवज़ह हमें, इश्क़ का
शतरंज कहा करते है ।
सुनकर भी खामोश सह
लिया करते...