आस ✍️✍️✍️
मै तुम बिन उदास बैठा हूँ
खुद ही खुदके पास बैठा हूँ
एक आस और प्यास है तेरी
मन में लिए एहसास बैठा हूँ !!
आपका इंतज़ार स्वाति नक्षत्र सा
आपका प्यार चढ़ावे के छत्र सा
मै प्रेम में डूबा कुछ ऐसे तुम्हारे
अब व्हाट्सप्प भी लगे पत्र सा !!
मुझे बेहद जलन है इस इत्र से
इसके करम है शायद पवित्र से ...
खुद ही खुदके पास बैठा हूँ
एक आस और प्यास है तेरी
मन में लिए एहसास बैठा हूँ !!
आपका इंतज़ार स्वाति नक्षत्र सा
आपका प्यार चढ़ावे के छत्र सा
मै प्रेम में डूबा कुछ ऐसे तुम्हारे
अब व्हाट्सप्प भी लगे पत्र सा !!
मुझे बेहद जलन है इस इत्र से
इसके करम है शायद पवित्र से ...