विदा
तुझे विदा करते हुए बहुत से ख़्याल आए थे मेरे मन में
आज जब उन से गुज़रता हूँ तो वो दिन याद आता है
बहुत बार अफ़सोस भी होता है
की तुझसे खुलकर बात भी नहीं हुई
कैसे सब...
आज जब उन से गुज़रता हूँ तो वो दिन याद आता है
बहुत बार अफ़सोस भी होता है
की तुझसे खुलकर बात भी नहीं हुई
कैसे सब...