तलाश
किताबों में उलझी ये जिंदगी हमारी
ना जाने किस ओर ये दुनिया ले जा रही
हाथ में बस परेशानी ही आ रही,
देखूं मैं चारो ओर तो मुरझाते से चेहरे हैं
आंखो में बस उम्मीद वो बसा रहे हैं,
भीड़ है उस मंजिल के लिए
और ये...
ना जाने किस ओर ये दुनिया ले जा रही
हाथ में बस परेशानी ही आ रही,
देखूं मैं चारो ओर तो मुरझाते से चेहरे हैं
आंखो में बस उम्मीद वो बसा रहे हैं,
भीड़ है उस मंजिल के लिए
और ये...