एहसास
अपनी इन आंखों में मैं समंदर सजाए रखता हूं।
सोचो, मोहब्बत भी कितनी गहराई से करता हूं।
तुम भी मुझे इश्क़ करना सिखा रहे हो, तो सुनो!
मैं उसकी तारीफ़ भी खूबसूरत सहाई से करता हूं।
ये घूमना-फिरना, मैं माँ-बाप की कमाई...
सोचो, मोहब्बत भी कितनी गहराई से करता हूं।
तुम भी मुझे इश्क़ करना सिखा रहे हो, तो सुनो!
मैं उसकी तारीफ़ भी खूबसूरत सहाई से करता हूं।
ये घूमना-फिरना, मैं माँ-बाप की कमाई...