😓इंसान भी कितना ढोंग करता है
जिंदा को अहमियत देते नहीं, फिर मुर्दे को गले लागए रोते हैं
देखो तो सही, ये इंसान भी कितना ढोंग करते हैं
जब वक़्त होता है साथ होने का, तब ये दूर भाग जाते हैं
जब अंत घड़ी होती है, तब सब साथ निभाने आते हैं
जब दूर ही रहना होता है, तो पास क्यों आते हैं
जब नफरत ही करनी होती है, तो प्यार क्यों जताते हैं
अकेला अच्छा जीते हुए इंसान को, मुर्दा बना देते हैं
देखो तो सही कितनी सच्चाई से, ये प्यार का ढोंग करते हैं।
© Rohi
देखो तो सही, ये इंसान भी कितना ढोंग करते हैं
जब वक़्त होता है साथ होने का, तब ये दूर भाग जाते हैं
जब अंत घड़ी होती है, तब सब साथ निभाने आते हैं
जब दूर ही रहना होता है, तो पास क्यों आते हैं
जब नफरत ही करनी होती है, तो प्यार क्यों जताते हैं
अकेला अच्छा जीते हुए इंसान को, मुर्दा बना देते हैं
देखो तो सही कितनी सच्चाई से, ये प्यार का ढोंग करते हैं।
© Rohi