pyaar
प्यार......
मन का एक धोखा कहूं या कहूं तुझे दिलासा,
या झूठे इस संसार में झूठी सच्ची आशा,
रात के हसीन सपनों को खो देने का एक सपना,
सपना किसी का होने का किसी को पाने का वो सपना,
दिल का एक अरमान कहूं या अरमानों का एक फरमान
कितना भी जानूँ तुझको क्यों हूँ मैं तुझ से अनजान,
एक कलाकार के नजरिए से कला की इमारत है तू,
डूबा हो जो खुद तक उसके खुदा की इबादत है तू,
भांति भांति से लोगों ने तुझको उपाधियों से नवाजा है,
कभी जीवन की...
मन का एक धोखा कहूं या कहूं तुझे दिलासा,
या झूठे इस संसार में झूठी सच्ची आशा,
रात के हसीन सपनों को खो देने का एक सपना,
सपना किसी का होने का किसी को पाने का वो सपना,
दिल का एक अरमान कहूं या अरमानों का एक फरमान
कितना भी जानूँ तुझको क्यों हूँ मैं तुझ से अनजान,
एक कलाकार के नजरिए से कला की इमारत है तू,
डूबा हो जो खुद तक उसके खुदा की इबादत है तू,
भांति भांति से लोगों ने तुझको उपाधियों से नवाजा है,
कभी जीवन की...