...

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pyaar
प्यार......
मन का एक धोखा कहूं या कहूं तुझे दिलासा,
या झूठे इस संसार में झूठी सच्ची आशा,
रात के हसीन सपनों को खो देने का एक सपना,
सपना किसी का होने का किसी को पाने का वो सपना,
दिल का एक अरमान कहूं या अरमानों का एक फरमान
कितना भी जानूँ तुझको क्यों हूँ मैं तुझ से अनजान,
एक कलाकार के नजरिए से कला की इमारत है तू,
डूबा हो जो खुद तक उसके खुदा की इबादत है तू,
भांति भांति से लोगों ने तुझको उपाधियों से नवाजा है,
कभी जीवन की गहराई है तू कभी पहली नजर का तकाजा है,
कहीं शादी की शहनाई है तुझमें कहीं आशिक का जनाजा है,
कभी खुशियों की बौछार है तो कभी ग़मों का दरवाजा है,
अपनी इस खूबी का तू भी जीभर कर लाभ उठाता है,
जो जीता हो तेरे खातिर तू ही हस्ती उसकी मिटाता है,
लेता परीक्षा तू ही सबकी हर प्रेमी को आजमाता है,
कभी सच्चे को पास कराता कभी शातिर को अपनाता है,
तेरी अदालत को तू अपनी मनमर्जी से चलवाता है,
कभी चाहे तो ज़न्नत देदे कभी जीवनभर तड़पाता है,
सही गलत से दूर कहीं तूने खुदगर्ज़ीयां भी चलवाई है,
नादां है वो लोग बहुत जो अब भी तेरे शैदाई हैं,
अब चाहे कोई कबूल करे तुझे हम तुझको ठुकराएंगे
कैसे जीते हैं बिन दिल के ये हम तुझको बतलायेंगे......
- cursedboon
@cursedboon
© cursedboon