सबका वक्त बदलता है......
सूखी जमीन को मत कहो बंजर
कभी वो भी तुमको अन्न देती थी !
क्यों खाली बादलों को कोसते हो
कभी वो भी तुमको बरसात देते थे !
क्यों...
कभी वो भी तुमको अन्न देती थी !
क्यों खाली बादलों को कोसते हो
कभी वो भी तुमको बरसात देते थे !
क्यों...