जब मैं छोटा बच्चा था!
बचपन कितना सुहाना था
ना कोई अपना न कोई पराया था!
मैं सिर्फ़ घरवालोंका नही,
दूसरों का भी लाड दुलारा था!
अपनों ने मुझे कितने प्यार से रखा था
एक वक्त था...
ना कोई अपना न कोई पराया था!
मैं सिर्फ़ घरवालोंका नही,
दूसरों का भी लाड दुलारा था!
अपनों ने मुझे कितने प्यार से रखा था
एक वक्त था...