मुझे बताना नहीं आता
बहुत मोहब्बत है मुझे उससे लेकिन
मुझे बताना नहीं आता
हर पल हर लम्हा सिर्फ उसकी फ़िक्र है मुझे लेकिन
मुझे बताना नहीं आता
हर गुज़रते लम्हों में सबसे पहले उसका ज़िक्र है लेकिन
मुझे बताना नहीं आता
हर बार उसे खो देने का डर डरा देता है लेकिन
मुझे बताना नहीं आता
अपने ख्यालों से दूर सिर्फ उसके ख्यालों में खोए रहना
चाहती हूं लेकिन मुझे बताना नहीं आता
उसकी प्यारी सी बातें सुनकर कर खुद को ख़ुशनसीब मान लेती हूं लेकिन मुझे बताना नहीं आता
उसकी फिक्र भरी बातें सुनकर उस पर और भी प्यार आने लगता है लेकिन मुझे बताना नहीं आता
उसकी गुस्से वाली आवाज सुन कर खुद को खुद से दूर
मानने लगती हूं लेकिन मुझे बताना नहीं आता
बहुत मोहब्बत है मुझे उससे लेकिन
मुझे बताना नहीं आता।
© #onlymuskan
मुझे बताना नहीं आता
हर पल हर लम्हा सिर्फ उसकी फ़िक्र है मुझे लेकिन
मुझे बताना नहीं आता
हर गुज़रते लम्हों में सबसे पहले उसका ज़िक्र है लेकिन
मुझे बताना नहीं आता
हर बार उसे खो देने का डर डरा देता है लेकिन
मुझे बताना नहीं आता
अपने ख्यालों से दूर सिर्फ उसके ख्यालों में खोए रहना
चाहती हूं लेकिन मुझे बताना नहीं आता
उसकी प्यारी सी बातें सुनकर कर खुद को ख़ुशनसीब मान लेती हूं लेकिन मुझे बताना नहीं आता
उसकी फिक्र भरी बातें सुनकर उस पर और भी प्यार आने लगता है लेकिन मुझे बताना नहीं आता
उसकी गुस्से वाली आवाज सुन कर खुद को खुद से दूर
मानने लगती हूं लेकिन मुझे बताना नहीं आता
बहुत मोहब्बत है मुझे उससे लेकिन
मुझे बताना नहीं आता।
© #onlymuskan
Related Stories