ख्वावों की दुनिया में सुकून
ख्वाबों की दुनिया में मैं सुकून भरी जिंदगी पाऊं,
सर उठाऊं तो मैं नीले गगन को पाऊं,
गगन में फैले बादलों में ,
मैं खुद को परी कहलाऊं,
रात को मैं तारें देखूं,
तारों में भी मैं खुद को पाऊं,
अरे नीले गगन तेरे ख्वाबों की,
दुनिया में मैं सुकून भरी जिंदगी...
सर उठाऊं तो मैं नीले गगन को पाऊं,
गगन में फैले बादलों में ,
मैं खुद को परी कहलाऊं,
रात को मैं तारें देखूं,
तारों में भी मैं खुद को पाऊं,
अरे नीले गगन तेरे ख्वाबों की,
दुनिया में मैं सुकून भरी जिंदगी...