एकतरफा मोहब्बत
#WritcoPoemPrompt2
कब दीवाना हो गया पता न चला,
हँसती मुस्कराती और खिलखिलाती तुम
ख्वाब बुनने लगा तुम सँग जीने के
होंठो पर हर दम, रहती कोई तरन्नुम
हँसती मुस्कराती और ...
कब दीवाना हो गया पता न चला,
हँसती मुस्कराती और खिलखिलाती तुम
ख्वाब बुनने लगा तुम सँग जीने के
होंठो पर हर दम, रहती कोई तरन्नुम
हँसती मुस्कराती और ...