दास्तां
वो ख्वाब नहीं हकीकत हुई
उन्हीं ख्वाबों में मिली दौलत हुई
कहें यूं तो हमारी हसरत सी हुई
छोड़ पाए न कभी ऐसी आदत सी हुई
दास्तान तो अब खत्म हुई हमारी
वही तो वो आखिरी मोहब्बत हुई
दिल की धड़कनों में बसी ये राज़दानी
इस शायरी में छुपी है हमारी कहानी
© All Rights Reserved
उन्हीं ख्वाबों में मिली दौलत हुई
कहें यूं तो हमारी हसरत सी हुई
छोड़ पाए न कभी ऐसी आदत सी हुई
दास्तान तो अब खत्म हुई हमारी
वही तो वो आखिरी मोहब्बत हुई
दिल की धड़कनों में बसी ये राज़दानी
इस शायरी में छुपी है हमारी कहानी
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