कीचड़ उछालना
उछाल कर कीचड़ ,तुम मुझे गन्दा कर नहीं सकते ,
मैं तो मोहब्बत पाकीजा हूँ ,यूँ फेंक कर कीचड़, मुझे गन्दा कर नहीं सकते
मैं कैसा हूँ ,मैं बुरा हूँ , मैं बुरी हूँ ,
ये भी अब तुम जैसे लोग तय करेंगे ,
जो मुझसे परिचित हैं केवल इतने कि मेरा चेहरा और महज नाम ही जानतें हैं ,
कह कर बुरा मुझे अपनी महफ़िल में ,
ले लो मजे...
मैं तो मोहब्बत पाकीजा हूँ ,यूँ फेंक कर कीचड़, मुझे गन्दा कर नहीं सकते
मैं कैसा हूँ ,मैं बुरा हूँ , मैं बुरी हूँ ,
ये भी अब तुम जैसे लोग तय करेंगे ,
जो मुझसे परिचित हैं केवल इतने कि मेरा चेहरा और महज नाम ही जानतें हैं ,
कह कर बुरा मुझे अपनी महफ़िल में ,
ले लो मजे...