🌧️ बारिश 🌧️
बरस रही है बरखा रानी, बादल भी कुछ मेहरबान हैं
रिमझिम बारिश की फुहारों के, सैंकड़ों कदरदान हैं,
रह रह कर तुम भिगो रही, अपने निर्मल शीतल जल से
देखो नन्हीं बूंदों से, पिया को न मिटा देना मेरे मन से,
वर्षा...
रिमझिम बारिश की फुहारों के, सैंकड़ों कदरदान हैं,
रह रह कर तुम भिगो रही, अपने निर्मल शीतल जल से
देखो नन्हीं बूंदों से, पिया को न मिटा देना मेरे मन से,
वर्षा...