कर्मचारी -नौकरी करने वाले
निजी कंपनी में जो नौकरी करता
उनका रहता हाल बुरा
चिंता सताती नौकरी की हमेशा, भविष्य भी होता अंधकार भरा।।
बड़ी-बड़ी कंपनी कुछ अच्छी होती
कर्मचारियों का रखती ख्याल पूरा
फिर भी डर तो बना ही रहता, कोरोनाकाल ने दे दिया सबक बड़ा।।
मंहगाई हर दिन बढ़ती जाती
बॉस तनख्वाह पर देते आंख दिखा
सुख-चैन सारा चला है जाता, जीवन हो जाता नीरस बड़ा।।
समय-पाबंद होती ठेकेदार की नौकरी
लेते,...
उनका रहता हाल बुरा
चिंता सताती नौकरी की हमेशा, भविष्य भी होता अंधकार भरा।।
बड़ी-बड़ी कंपनी कुछ अच्छी होती
कर्मचारियों का रखती ख्याल पूरा
फिर भी डर तो बना ही रहता, कोरोनाकाल ने दे दिया सबक बड़ा।।
मंहगाई हर दिन बढ़ती जाती
बॉस तनख्वाह पर देते आंख दिखा
सुख-चैन सारा चला है जाता, जीवन हो जाता नीरस बड़ा।।
समय-पाबंद होती ठेकेदार की नौकरी
लेते,...