फिर मिलेंगे
#मिलेंगे
सुनो हम मिलेंगे एक रोज़
पहाड़ों पर चिनार और
देवदार के पेड़ों के बीच
तुम मेरे लिए वक़्त ले आना
मैं यादें की टोकरी ले आऊँगी
और फिर उस टोकरी में से
मोहब्बत भरी यादें निकाल
वो पल फिर जिएँगे हम साथ
शायद हम कभी एक हों ना हों अब
पर उन मुहब्बत भरे पलों की याद
हमें कुछ पल के लिए ही सही
दोबारा एक साथ कर दे शायद
तुम अपनी...
सुनो हम मिलेंगे एक रोज़
पहाड़ों पर चिनार और
देवदार के पेड़ों के बीच
तुम मेरे लिए वक़्त ले आना
मैं यादें की टोकरी ले आऊँगी
और फिर उस टोकरी में से
मोहब्बत भरी यादें निकाल
वो पल फिर जिएँगे हम साथ
शायद हम कभी एक हों ना हों अब
पर उन मुहब्बत भरे पलों की याद
हमें कुछ पल के लिए ही सही
दोबारा एक साथ कर दे शायद
तुम अपनी...