एहसास –
तु ख्वाब थी ,
न जाने हकीकत कैसे बन गई।
तु एहसास थी,
न जाने किस्मत कैसे बन गई।
अब फर्क भी नही पड़ता कैसा हूं मै..
अब फर्क भी नही पड़ता कैसा हूं मै,
क्योंकि तेरे होने से मेरी जिंदगी बदल गई।
तु साथ है तो लगता है हूं मैं,
तु online आती तो समझ नही आता,
क्या कहूं मैं।
बस जो दिल में आता कह देता हूं,
तेरे होने से ही मैं रहता हु।
तेरे होने से ही मैं रहता हुं।।
@ iam_ shivm
न जाने हकीकत कैसे बन गई।
तु एहसास थी,
न जाने किस्मत कैसे बन गई।
अब फर्क भी नही पड़ता कैसा हूं मै..
अब फर्क भी नही पड़ता कैसा हूं मै,
क्योंकि तेरे होने से मेरी जिंदगी बदल गई।
तु साथ है तो लगता है हूं मैं,
तु online आती तो समझ नही आता,
क्या कहूं मैं।
बस जो दिल में आता कह देता हूं,
तेरे होने से ही मैं रहता हु।
तेरे होने से ही मैं रहता हुं।।
@ iam_ shivm