तहरीर
कभी याद करके मुझे..
ओस की बूंदों से प्यास को बुझाया होगा,
स्याह इक शब को सितारों से सजाया होगा,
अश्क़ भी कुछ लम्हों को ठहर गए होंगें,
हर्फ़ ब हर्फ़ जब उसने मुझको दोहराया होगा...
🌹💝
© Daljit Singh Kalra
ओस की बूंदों से प्यास को बुझाया होगा,
स्याह इक शब को सितारों से सजाया होगा,
अश्क़ भी कुछ लम्हों को ठहर गए होंगें,
हर्फ़ ब हर्फ़ जब उसने मुझको दोहराया होगा...
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© Daljit Singh Kalra