चलता चल राही
चलता चल राही
चलता चल राही
मुसीबतें है तेरी हमराही
मुसीबत को सामने देख
पथ से विमुख मत हो
तू छाहा का विचार त्याग
जीवन पथ मे बाधायें कई खड़ी
कई भटकाव है इन राहो मैं
तिलिस्म भरे लालच होंगे तेरी राहो मैं
लेकिन तू इनके मोह पास मे ना पड़
यदि तू गिर गया इनमे तो तेरा सपना सपना हि रह जाएगा
यहाँ सर्दी गर्मी भूकंप सूनामी पतझड बारिश आयेंगे तेरी राहो मे
तू यत्न कर इनसे पार पाने की
मंज़िल की और...
चलता चल राही
मुसीबतें है तेरी हमराही
मुसीबत को सामने देख
पथ से विमुख मत हो
तू छाहा का विचार त्याग
जीवन पथ मे बाधायें कई खड़ी
कई भटकाव है इन राहो मैं
तिलिस्म भरे लालच होंगे तेरी राहो मैं
लेकिन तू इनके मोह पास मे ना पड़
यदि तू गिर गया इनमे तो तेरा सपना सपना हि रह जाएगा
यहाँ सर्दी गर्मी भूकंप सूनामी पतझड बारिश आयेंगे तेरी राहो मे
तू यत्न कर इनसे पार पाने की
मंज़िल की और...