क्या है प्यार?
बहुत चुभता है, घायल कर देता है
लगता है जैसे कोई खंजर है प्यार
कभी कभी रूह तक कंपा देता है
जैसे कोई ख़ौफ़नाक मंज़र है प्यार
सबको हरा कर खुद जीत जाता है
जैसे विश्वविजेता...
लगता है जैसे कोई खंजर है प्यार
कभी कभी रूह तक कंपा देता है
जैसे कोई ख़ौफ़नाक मंज़र है प्यार
सबको हरा कर खुद जीत जाता है
जैसे विश्वविजेता...