हंसी और आंसू
मेरी हंसी को तो जान गए...
मेरे आंसुओं को कभी जाना ही नहीं...
जब हंस रही थी...
तुम बुरा मान गए...
जब रोती थी...
तब तुम नाटक समझते थे...
दिल ही तो है ..
कल तुम्हारा पत्थर बना...
आज मेरा।
धरती गोल है...
नंबर सबका आता है...
किसी का पहले आता है...
किसी का बाद में....
अरे मैं वो लड़की थी...
जिसे बस प्यार की जरूरत थी...
लेकिन उसे तुमने प्यार भी किस्तों में दिया...
और जिसका भी हिसाब गड़बड़ किया....
तुम देखलो आज भी...
तुम सोते हो जी भर के...
मेरी नींद आज भी उड़ी हुई है...
तुम रिश्तों के लिए परेशान रहते हो....
लेकिन मुझे गलत मत समझना...
मैं वो हूं जो दिखावा नहीं करती,...
लेकिन वक़्त आने पर रोती है सिर्फ एक सेकंड...
और तुरंत जिम्मेदारी निभाने लग जाती है...
सबको संभालने की जिम्मेदारी....
सहानुभूति देने की जिम्मेदारी...
मुहब्बत देने की जिम्मदारी...
कर्तव्य और पता नहीं क्या क्या...
ये वही चीज़े हैं....
जिनकी उम्मीद मुझे भी तुमसे थी...
आज रात परेशान हूं...
सोच कर...
की मैं आखिर कौन हूं????
ये सवाल है।
इसके जवाब में अपनी तस्वीरें देख कर ढूंढ़ती हूं...
जिनमे मैं बहुत हंसती नजर आती हूं।
😊
© jyoti
मेरे आंसुओं को कभी जाना ही नहीं...
जब हंस रही थी...
तुम बुरा मान गए...
जब रोती थी...
तब तुम नाटक समझते थे...
दिल ही तो है ..
कल तुम्हारा पत्थर बना...
आज मेरा।
धरती गोल है...
नंबर सबका आता है...
किसी का पहले आता है...
किसी का बाद में....
अरे मैं वो लड़की थी...
जिसे बस प्यार की जरूरत थी...
लेकिन उसे तुमने प्यार भी किस्तों में दिया...
और जिसका भी हिसाब गड़बड़ किया....
तुम देखलो आज भी...
तुम सोते हो जी भर के...
मेरी नींद आज भी उड़ी हुई है...
तुम रिश्तों के लिए परेशान रहते हो....
लेकिन मुझे गलत मत समझना...
मैं वो हूं जो दिखावा नहीं करती,...
लेकिन वक़्त आने पर रोती है सिर्फ एक सेकंड...
और तुरंत जिम्मेदारी निभाने लग जाती है...
सबको संभालने की जिम्मेदारी....
सहानुभूति देने की जिम्मेदारी...
मुहब्बत देने की जिम्मदारी...
कर्तव्य और पता नहीं क्या क्या...
ये वही चीज़े हैं....
जिनकी उम्मीद मुझे भी तुमसे थी...
आज रात परेशान हूं...
सोच कर...
की मैं आखिर कौन हूं????
ये सवाल है।
इसके जवाब में अपनी तस्वीरें देख कर ढूंढ़ती हूं...
जिनमे मैं बहुत हंसती नजर आती हूं।
😊
© jyoti