"जिंदगी"
जो छूट रहा है,
जाने दो....
मुश्किल उसका भी जाना है।
कुछ बेहतर होगा,
आने दो....
इंतजार उसका भी है।
आज में जिए जा,
जीने दो.....
कल किसने देखा है।
उलझ के उलझन
अच्छी हो....
सुलझ के जिंदगी कहाँ है!!
© सांवली (Reena)
जाने दो....
मुश्किल उसका भी जाना है।
कुछ बेहतर होगा,
आने दो....
इंतजार उसका भी है।
आज में जिए जा,
जीने दो.....
कल किसने देखा है।
उलझ के उलझन
अच्छी हो....
सुलझ के जिंदगी कहाँ है!!
© सांवली (Reena)
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