वक्त मिला तो सोचेंगे...!
क्यूं तू अच्छा लगता है
वक्त मिला तो सोचेंगे..
तुझमें क्या क्या देखा है
वक्त मिला तो सोचेंगे...
सारा शहर अपनेपन का
दावेदार तो है,लेकिन..
कौन हमारा अपना है
वक्त मिला तो सोचेंगे...
और हमने उसको लिखा था
कुछ मिलने का भी विचार करो
उसने लिख कर भेजा है
वक्त मिला तो सोचेंगे...
मौसम, खुशबू, वादे, सदा
चांद और तारों को.....
कौन तुम्हारे जैसा है
वक्त मिला तो सोचेंगे...
या तो अपने दिल की मानो
या फिर दुनियां वालो की
मशवरा उसका अच्छा है
वक्त मिला तो सोचेंगे...
क्यूं तू अच्छा लगता है
वक्त मिला तो सोचेंगे....!
वक्त मिला तो सोचेंगे..
तुझमें क्या क्या देखा है
वक्त मिला तो सोचेंगे...
सारा शहर अपनेपन का
दावेदार तो है,लेकिन..
कौन हमारा अपना है
वक्त मिला तो सोचेंगे...
और हमने उसको लिखा था
कुछ मिलने का भी विचार करो
उसने लिख कर भेजा है
वक्त मिला तो सोचेंगे...
मौसम, खुशबू, वादे, सदा
चांद और तारों को.....
कौन तुम्हारे जैसा है
वक्त मिला तो सोचेंगे...
या तो अपने दिल की मानो
या फिर दुनियां वालो की
मशवरा उसका अच्छा है
वक्त मिला तो सोचेंगे...
क्यूं तू अच्छा लगता है
वक्त मिला तो सोचेंगे....!