❤❤❤
सुन
ये बता ना
कैसे कहूं उस हवा से
जो तेरी सुगंध लिए मेरे पास आती है
जो चाहते ना चाहते
तुझसे छू मुझे छूने आती है
सुन
ये बता ना
कैसे कहूं उस चांद से
जो हर शाम मेरी खिड़की से झांकता है
जो चाहते ना चाहते...
ये बता ना
कैसे कहूं उस हवा से
जो तेरी सुगंध लिए मेरे पास आती है
जो चाहते ना चाहते
तुझसे छू मुझे छूने आती है
सुन
ये बता ना
कैसे कहूं उस चांद से
जो हर शाम मेरी खिड़की से झांकता है
जो चाहते ना चाहते...