...

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KK ❤️
लो इस महफिल को
चल रही थी उस ज़िंदगी को

हो कर सबसे रुक्सत
हम भी अब चले छोड़ सब को

अपने पराए सब के साथ बिताए पल को
अनमोल गीतों के साथ देकर यादों को

ज़िंदगी दो पल की, ये हक़ीक़त सुना कर
बेजुबान , कर लो चला वो छोड़ सब को

© रौशन rosi...✍️🍁