#यादें
#यादें
शाम होते ही उनकी यादों में डुब जाना है
किसी मरे हुए दरख़्त की तरह सूख जाना है।
रात भर आंखो में आशुओं को बसना है
सुबह होते ही...
शाम होते ही उनकी यादों में डुब जाना है
किसी मरे हुए दरख़्त की तरह सूख जाना है।
रात भर आंखो में आशुओं को बसना है
सुबह होते ही...