ishq ki rangat badh jati hi
रहो जब पास तुम तो
मौसम की किमत बढ़ जाती है।
तहजीब,संस्कार,संस्कृति और खुले विचार हो जिसके
तो उस इन्सान की इज्जत बढ़ जाती है।...
मौसम की किमत बढ़ जाती है।
तहजीब,संस्कार,संस्कृति और खुले विचार हो जिसके
तो उस इन्सान की इज्जत बढ़ जाती है।...