हिन्दू हूँ,
हाँ मॆ हिन्दू हूँ,
हाँ मॆ हिन्दू हूँ
चाह नहीं मुझको पांचवे ऒर सातवें आसमान की,
चाह नहीं मुझको कातिल ईमान की,
मॆ कण कण को ईश्वर मानने वाला एक सम्पूर्ण बिंदु हूँ।
हाँ मॆ हिन्दू हूँ,
हाँ मॆ हिन्दू हूँ.......
सद्कर्मों का मॆ हिसाब नहीं रखता ,
सभ्य मनुष्य को काॅफिर कहने वाली मॆ कोई किताब नहीं रखता,
सर्वे भवन्तु सुखिन: यह मूल-मंत्र जिसका,
ऎसी गॊरवशाली मॆ सभ्यता सिन्धु हूँ॥
हाँ मॆ हिन्दू हूँ,
हाँ मॆ हिन्दू हूँ......
राम-कृष्ण का मॆ वंशज,
विश्व संस्कृति का मॆ पूर्वज,
हांथसफाई दिखलाने वाला मॆ कोई शातिर फकीर नहीं,
विश्व गुरू विवेकानन्द सा मॆं जगतबन्धू हूँ ।
हाँ मॆ हिन्दू हूँ,
हाँ मॆ हिन्दू हूँ......
अंग्रेज, मुगल ,यूनान, तुर्क ने कितने अत्याचार किए,
कश्मीर, सिंध, चित्तोड़, दुर्ग मे कितने नरसंहार किए,
भटका हुआ था कल तक,
आज घर वापसी मे हूँ,
फिर भी धर्म निरपेक्ष समाज का मॆ किन्तु-परन्तु हूँ।
हाँ मॆ हिन्दू हूँ,
हाँ मॆ हिन्दू हूँ......
हाँ मॆ हिन्दू हूँ
चाह नहीं मुझको पांचवे ऒर सातवें आसमान की,
चाह नहीं मुझको कातिल ईमान की,
मॆ कण कण को ईश्वर मानने वाला एक सम्पूर्ण बिंदु हूँ।
हाँ मॆ हिन्दू हूँ,
हाँ मॆ हिन्दू हूँ.......
सद्कर्मों का मॆ हिसाब नहीं रखता ,
सभ्य मनुष्य को काॅफिर कहने वाली मॆ कोई किताब नहीं रखता,
सर्वे भवन्तु सुखिन: यह मूल-मंत्र जिसका,
ऎसी गॊरवशाली मॆ सभ्यता सिन्धु हूँ॥
हाँ मॆ हिन्दू हूँ,
हाँ मॆ हिन्दू हूँ......
राम-कृष्ण का मॆ वंशज,
विश्व संस्कृति का मॆ पूर्वज,
हांथसफाई दिखलाने वाला मॆ कोई शातिर फकीर नहीं,
विश्व गुरू विवेकानन्द सा मॆं जगतबन्धू हूँ ।
हाँ मॆ हिन्दू हूँ,
हाँ मॆ हिन्दू हूँ......
अंग्रेज, मुगल ,यूनान, तुर्क ने कितने अत्याचार किए,
कश्मीर, सिंध, चित्तोड़, दुर्ग मे कितने नरसंहार किए,
भटका हुआ था कल तक,
आज घर वापसी मे हूँ,
फिर भी धर्म निरपेक्ष समाज का मॆ किन्तु-परन्तु हूँ।
हाँ मॆ हिन्दू हूँ,
हाँ मॆ हिन्दू हूँ......