...

7 views

रूठ कर बैठे हैं...❣️
रूठ कर बैठी हैं ख्वाइश दिल के दराजों में
जाने किसको ढूंढ रहे तुम जाने किसकी आवाजों में!
मेरा ठिकाना तो आज भी तेरे दिल के भीतर है
तुम इश्क मेरा ढूंढ रहे चंद मेरे अल्फाजों में
रूठ कर बैठी है ख्वाइश दिल के दराजों में

तेरी महक लाजिमी है तेरी झलक लाजिमी है!
तुझे मोहब्बत है तो बेशक तेरा हक लाजिमी...