दोगली दुनिया
"बारिश" लफ्ज़ सुनकर अच्छा लगना है लाज़मी,
पर हकीकत खयालों से काफी अलग है,
जिसके सर के ऊपर छत नहीं होती,
उसके लिए बारिश के मायने अलग हैं।
ऊंची इमारतों के चौदहवें माले पे रहने वाले,
कहां बाढ़ में बहते लोगों का दर्द जानेंगे,
वो बारिश में रील बनाने लगते हैं,
और कुछ लोग अपनी...
पर हकीकत खयालों से काफी अलग है,
जिसके सर के ऊपर छत नहीं होती,
उसके लिए बारिश के मायने अलग हैं।
ऊंची इमारतों के चौदहवें माले पे रहने वाले,
कहां बाढ़ में बहते लोगों का दर्द जानेंगे,
वो बारिश में रील बनाने लगते हैं,
और कुछ लोग अपनी...