...

46 views

ये लिखावट...
ये लिखावट हमें सुकून दे जाती है
पल दो पल की खुशी दे जाती है

माना हमें लिखना नहीं आता
कवियों जैसा बात करना नहीं आता
मगर चोटों पर मरहम लगा जाती है
ये लिखावट हमें सुकून दे जाती है

जब-जब खुद को अकेला पाया
साथ हरपल-हरदम इसका भाया
दोस्त जैसी मन ये बहलाती है
ये लिखावट हमें सुकून दे जाती है

© Bhawna kumari