मिलना तुम मुझे...
#PoeticEra
तुम मिलना मुझे ज़िन्दगी के उस मोड़ पर
यहाँ जीने की कोई ख़्वाहिश ना हो..
यहाँ जुगनूओं की टिमटिमाहट में
भले ही चाँद का नूर ना...
तुम मिलना मुझे ज़िन्दगी के उस मोड़ पर
यहाँ जीने की कोई ख़्वाहिश ना हो..
यहाँ जुगनूओं की टिमटिमाहट में
भले ही चाँद का नूर ना...