इरादा
अब तलक साजिशों का
दौर गर्म है
जिंदगी को यहां
अंजाम की परवाह नहीं
आईने में आज भी
अक्स से नजर मिलती है
झुक जाए यूं ही ये
आंखों को ग्वारा नहीं
तोड़ने से उन्हें फुर्सत नही
जो कभी जुड़े नही
वाकिफ हूं हर चाल से
और हार जाऊं इरादा नहीं
© "the dust"
दौर गर्म है
जिंदगी को यहां
अंजाम की परवाह नहीं
आईने में आज भी
अक्स से नजर मिलती है
झुक जाए यूं ही ये
आंखों को ग्वारा नहीं
तोड़ने से उन्हें फुर्सत नही
जो कभी जुड़े नही
वाकिफ हूं हर चाल से
और हार जाऊं इरादा नहीं
© "the dust"