जीवनसाथी..
बह रहे है रक्त मेरे,
घाव पे मलहम लगाओ ना।
आंखों में मेरे नींद भरी है,
गोद में अपने सुलाओ ना।।
छुपा रहा मैं मुखड़ा अपना,
ये लंबी घुंघट उठाओ ना।
तरस रहा हू आवाज...
घाव पे मलहम लगाओ ना।
आंखों में मेरे नींद भरी है,
गोद में अपने सुलाओ ना।।
छुपा रहा मैं मुखड़ा अपना,
ये लंबी घुंघट उठाओ ना।
तरस रहा हू आवाज...