शायर...
लफ्जो से कह नही पाते इसलिए तो स्याही
से बोल दिया करते है
वो शायर ही हे जनाब !
जो बिन अश्को के भी रो लिया करते है
हर कोई उन्हे नही समझ सकता इसलिए तो
वो अपने अल्फाजो मे कुछ एहसास छिपा दिया करते है
वो शायर ही हे जनाब !...
से बोल दिया करते है
वो शायर ही हे जनाब !
जो बिन अश्को के भी रो लिया करते है
हर कोई उन्हे नही समझ सकता इसलिए तो
वो अपने अल्फाजो मे कुछ एहसास छिपा दिया करते है
वो शायर ही हे जनाब !...