तू इक छलिया है।
खामोशियों ने फिर से दौर तोड़ा है,
बड़ी मुद्दत के बाद उसने कुछ तो बोला है,
हुई क्या ये इनायत हम पर,...
बड़ी मुद्दत के बाद उसने कुछ तो बोला है,
हुई क्या ये इनायत हम पर,...