3 views
बया करते कागज
पूछते है बाद मै बताओ
क्या हुआ था फिर
कागज बता रहा था
कलमो के फलसफा
खेतो में चल रही थी
सिफ्टो कि पारिया
जाङे को मात दे रहे
खेतो के मरहबा
परेशा है फिर भी तो
चलो मुस्कुरा रहे
गम को छुपाना था तो
चलो हम छुपा रहे
राहे अदम तक जाते जाते
सीख जाएगे
रब को जो सुनाना है
तमाम उम्र के फलसफा
चाहे दिलो पे याद रहू
या ना रहू बेसक
कागज पे छोङ दूगा मै
जीवन के फलसफा,,
© Satyam Dubey
क्या हुआ था फिर
कागज बता रहा था
कलमो के फलसफा
खेतो में चल रही थी
सिफ्टो कि पारिया
जाङे को मात दे रहे
खेतो के मरहबा
परेशा है फिर भी तो
चलो मुस्कुरा रहे
गम को छुपाना था तो
चलो हम छुपा रहे
राहे अदम तक जाते जाते
सीख जाएगे
रब को जो सुनाना है
तमाम उम्र के फलसफा
चाहे दिलो पे याद रहू
या ना रहू बेसक
कागज पे छोङ दूगा मै
जीवन के फलसफा,,
© Satyam Dubey
Related Stories
9 Likes
1
Comments
9 Likes
1
Comments